Sunday, January 1, 2012

जी चाहे तो शीशा बन जा, जी चाहे पैमाना बन जा-हज़रत ज़हीन शाहताज

जी चाहे तो शीशा बन जा, जी चाहे पैमाना बन जा 
शीशा पैमाना क्या बन ना, मय बन जा, मैखाना बन जा 
जी चाहे तो शीशा बन जा, जी चाहे पैमाना बन जा 
शीशा पैमाना क्या बन ना, मय बन जा, मैखाना बन जा 
मय बन कर, मैखाना बन कर, मस्ती का अफसाना बन जा 
मस्ती का अफसाना बन कर, हस्ती से बेगाना बन जा 
हस्ती से बेगाना होना, मस्ती का अफसाना बन ना 
इस होने से, इस बन ने से, अच्छा है दीवाना बन जा 
हस्ती से बेगाना होना, मस्ती का अफसाना बन ना 
इस होने से, इस बन ने से, अच्छा है दीवाना बन जा

दीवाना बन जाने से भी, दीवाना होना अच्छा है 
दीवाना बन जाने से भी, दीवाना होना अच्छा है
दीवाना होने से अच्छा, खाक-ए-दर-ए-जाना बन जा 
दीवाना होने से अच्छा, खाक-ए-दर-ए-जाना बन जा
खाक-ए-दर-ए-जाना क्या है, अहले-दिल की आंख का सुरमा 
खाक-ए-दर-ए-जाना क्या है, अहले-दिल की आंख का सुरमा
शम्मा के दी की ठंडक बन जा, नूर-ए दिल-ए-परवाना बन जा 
शम्मा के दी की ठंडक बन जा, नूर-ए दिल-ए-परवाना बन जा
सीख ज़हीन की दिल से जलना, काहे को  हर शम्मा पे जल ना?
सीख ज़हीन की दिल से जलना, काहे को  हर शम्मा पे जल ना?
अपनी आग में खुद जल जाये, तू ऐसा परवाना बन जा 
अपनी आग में खुद जल जाये, तू ऐसा परवाना बन जा
~ हज़रत ज़हीन शाहताज

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