Thursday, July 21, 2011

तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना

तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना
अब मुझे होश की दुनिया में तमाशा न बना
मैं अपनी आह के सदके
के मेरी आह में भी
तेरी निगाह के अंदाज़ पाए जाते हैं
तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना
अब मुझे होश की दुनिया में तमाशा न बना
झूमकर बैठ गए हम जहाँ, वही मयखाना बना

तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना
अब मुझे होश की दुनिया में तमाशा न बना
तू मिला भी है
तू जुदा भी हैं
तेरा क्या कहना?
तू सनम भी हैं
तू खुदा भी हैं

तेरा क्या कहना?
ये तमन्ना हैं की
आज़ाद ए तमन्ना न ही हो
दिल ए मायूस को मायूस ए तमन्ना न बना

तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना
अब मुझे होश की दुनिया में तमाशा न बना
नि कहे नाज़ से, पूछेंगे किसी दिन ये ज़हीन
तुने क्या क्या न बनाया, कोई क्या क्या न बना?

तुने दिवाना बनाया तो मैं दिवाना बना
अब मुझे होश की दुनिया में तमाशा न बना

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